कभी भी एक औरत को कमजोर समझ कर उसका अपमान मत करना, क्योंकि वो दो घरों के इज्जत को सम्भाल कर चलती हैं।
जिंदगी में ऐशो आराम हो या ना हो संतुष्टि होना जरूरी हैं।
मौका मिले तो कोशिश करते रहना चाहिए, ताकि बाद में अफसोस ना करना पड़े।
जिंदगी में बड़ा लक्ष्य रखने वाले को संघर्ष ज्यादा करना पड़ता हैं।
किसी का अपमान करके दूसरों से उम्मीद मत करो कि तुम्हारी इज्जत होगी, Karma is back
ये आंखे ही हैं साहब, जो आसमान में उड़ने का हुनर और ज़ज्बा रखता है ।
कृष्ण कह्ते हैं जीवन अच्छा या बुरा नहीं होता जीवन सिर्फ जीवन होता हैं इस जीवन को अच्छा या बुरा बनाना हम पर निर्भर करता हैं।
जो व्यक्ति आपका सम्मान ना करें, वो भी आपके सम्मान का पात्र नहीं है I इसे आपका अंहकार नहीं कहेंगे, इसे आपका आत्म- सम्मान कहेंगे।
जिस इंसान ने कभी विपत्तियों का सामना ना किया हो , उस इंसान को अपनी ताकत का अहसास नहीं होता ।
अपमानित होना नहीं चाहते हों तो, दूसरों की इज्ज़त करें, ना की अपमान।