इंसान दोनों जगह बेबस हैं, दुख वो बेच नहीं सकता और खुशी वो खरीद नहीं सकता I
अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता करके, कहीं न कहीं जीवन जीना दर्दनाक बन जाता है
मंज़िल के सफर में तुम कितने बार गिरे , ये कोई मायने नहीं रखता, तुम कितने बार उठकर चले, ये बात अहम रखती हैं I
हर लम्हा ख़ुशी का अहसास होता है जब पिता पास होता है।
अपने हर गम को भुला कर, जो हमे सीने से लगाती हैं, अपनी भूख को मार कर, जो हमे खाना खिलाती हैं, रातों को जग कर जो, हमे सुलाती हैं, एक तू तो हैं मेरी माँ, जो हमे जीना सिखाती हैं I
भविष्य का सोचोंगे तो वर्तमान में काम करोगे, मगर भूतकाल का सोच कर, बैठोगे तो ना वर्तमान रहेगा ना ही भविष्य ।
नींद तो बहुत प्यारी चीज हैं, अक्सर ऐसा बोलने वाले को हमने असफलता का सामना करते देखा है I
गरीब दो पैसे कम कमाएगा, लेकिन इज्जत की रोटी खाएगा।
आज हार गए तो क्या, जिंदगी हमे दुबारा मोका देती हैं, जिसे हम "कल " कहते हैं।
किसी का अपमान करके, खुद को बुद्धिमान समझना मूर्खता की निशानी हैं , अथवा किसी का अपमान करने से बचें I