बातें उसी की होती हैं, जिसमें कोई बात होती है, वर्ना मरने के बाद तारीफ तो सब की होती हैं।
बस हिम्मत रखो जीवन की शुरुआत कहीं से भी और किसी से भी की जा सकती है।
सामने वाला सही हो, और तब भी आप उसकी बेज्जती कर रहे हैं, तो वो अपनी नज़रे नीची नहीं, बल्कि आपकी नज़रे नीचे ही रहेगी ।
आपका सम्मान तब तक ही हैं, जब तक आप सामने वाले का सम्मान बनाये रखेंगे ।
किसी को खुश करने के लिए, दूसरों का अपमान मत करना, खुश होने वाले लोग आपकी तारीफ़ नहीं, बल्कि मज़ाक बना देंगे।
नई शुरुआत हमेशा इंसान को, पहले डराती हैं, परंतु मेरे दोस्त सफ़लता मुश्किलों को पार कर के ही नजर आती है।
“जो विद्यार्थी सवाल पूछता है वह सिर्फ पांच मिनट के लिए मूर्ख रहता है, लेकिन जो पूछता ही नहीं वह हमेशा के लिए मूर्ख रहता है।”
काबिलियत दोनों होनी चाहिए, वक्त को बदलने की, और समय रहते वक्त के साथ बदलने की
काम करने में कोई अपमान नहीं है , परंतु काम ना करने में अपमान हैं शब्दों पर ग़ौर फरमाएं।
किस्मत का तो पता नहीं, परंतु मेहनत करने वालों को अवसर जरूर मिलता हैं I