अपनों के बीच, अगर आपकों नजरअंदाज किया जाए, तो इससे बड़ा अपमान कहीं नहीं होगा।
मुसीबत में आपसे कोई सलाह मांगे तो सलाह के साथ, उसे अपना सहयोग भी दे एक बार के लिए सलाह गलत हो सकता हैं, मगर आपका दिया हुआ साथ नहीं।
सबका सत्कार करना हमारे संस्कार में होता हैं, परंतु किसी की बेज्जती करना हमारा निजी मामला होता हैं।
सामने वाला सही हो, और तब भी आप उसकी बेज्जती कर रहे हैं, तो वो अपनी नज़रे नीची नहीं, बल्कि आपकी नज़रे नीचे ही रहेगी ।
किसी को खुश करने के लिए, दूसरों का अपमान मत करना, खुश होने वाले लोग आपकी तारीफ़ नहीं, बल्कि मज़ाक बना देंगे।
किसी का अपमान करके दूसरों से उम्मीद मत करो कि तुम्हारी इज्जत होगी, Karma is back
Hindiji.net में आपको हिंदी के प्रेरणादायक विचार, लाइफ कोट्स, अनमोल, वचन, टिप्स, ट्रिक्स, फुल फॉर्म और बहुत सी जानकारी दी जायगी.