किसी को खुश करने के लिए, दूसरों का अपमान मत करना, खुश होने वाले लोग आपकी तारीफ़ नहीं, बल्कि मज़ाक बना देंगे।
काम करने में कोई अपमान नहीं है , परंतु काम ना करने में अपमान हैं शब्दों पर ग़ौर फरमाएं।
मान और सम्मान ये दोनों आपकी जिंदगी की कमाई गई पूँजी हैं , जो आपके कर्मों से निर्धारित होता है I
माता-पिता आपको डाटें तो उसको अपना अपमान ना समझें, वो आपके सपनों के खिलाफ नहीं बल्कि वो आपकों गरीब नहीं देखना चाहते हैं।
चार इन्सानों के सामने की गई आलोचना, अपमान में बदल जाती हैं I परंतु एकांत में बताने पर सलाह बन जाती हैं I
अपमान करने वाला अपने आप को महान और दूसरों को हमेशा मुर्ख समझता हैं।
Hindiji.net में आपको हिंदी के प्रेरणादायक विचार, लाइफ कोट्स, अनमोल, वचन, टिप्स, ट्रिक्स, फुल फॉर्म और बहुत सी जानकारी दी जायगी.