MRI FULL FORM IN HINDI | MRI जाँच क्या होता है- पूरी जानकारी
MRI क्या होता है?
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आज हम बात करने वाले है MRI SCAN के बारें में, MRI SCAN क्या होता है, इसे कैसे किया जाता है ,MRI SCAN के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता है और MRI SCAN कराने में कितना खर्चा आ जाता है।
MRI SCAN के पूरी जानकारी जानने के लिये आपकों ये आर्टिकल पुरा पढ़ना पढ़ेगा ।
तभी आप MRI SCAN के बारे में अधिक जानकारी ले पायेंगे ।
जैसे की दोस्तों आप को पता ही हैं की आज के मैडिकल क्षेत्र में MRI का बहुत बड़ा योगदान है MRI के विकास ने मैडिकल के दुनिया को काफी आगे पहुचा दिया है ।
जहाँ आये दिन कोई न कोई बिमारी निकल कर आ रही है उसी तरह हमारा विज्ञान भी बिमारी से निपटने के लिये कोई न कोई समाधान ढूंढ़ ही लेते है।
MRI का अंग्रेज़ी (ENGLISH)फुल फॉर्म क्या होता है ?
M–MAGENTIC
R– RESONANCE
I–IMAGING
MRI को हिंदी में –
चुम्बकीय प्रतिध्वनि इमेजिंग कहा जाता है।
MRI SCAN क्या होता है?
MRI SCAN एक बहुत ही पावरफुल मशीन है जिसमें मैग्नेटिक, रडीयोवेवस और कंप्यूटर से आपके शरीर के अंदर अंगो का फोटों लिया जाता है और ये पुरा काम बहुत ही बारीकी से होता है जहाँ MRI SCAN से आपके शरीर में मौजूद ह्य्ड्रोजन प्रोटॉन के जरिये तस्वीरे निकालती है।
MRI SCAN कैसे काम करती है?
दोस्तों जैसे की आप सब जानते ही है की मानव शरीर में लगभग 70% पानी मौजूद होता है इसलिए MRI SCAN की रडीयोवेवस जब ह्य्ड्रोजन के संपर्क में आती है तो वहा पर एक इमेज बनती है जिसकी मदद से शरीर की बिमारियों का पता लगाया जाता है।
MRI SCAN में X RAY और CT SCAN जैसे दुसरे टेस्ट की तरह रेडियेशन या फिर हानिकारक चीज़ो का इस्तेमाल नही किया जाता ।
इसमें चुंबीकय के इस्तेमाल करके बिमारियों का पता लगाया जाता है ।
इसलिए ये CT SCAN से बहुत ही अलग होता है और इसकी प्रक्रिया भी अलग होता है ।
MRI SCAN का उपयोग क्यों किया जाता है?
MRI SCAN रोग और चोट का पता लगाने में डॉक्टरों की मदद करता है ।
जो बिमारी डॉक्टरों के नजरों से बच जाती है या फिर डॉक्टर कूछ बिमारियों का पता लगाने में असमर्थ हो जाते है वो बीमारियाँ MRI SCAN में पता चल जाती है क्योकिं ये छोटी से छोटी बिमारी को पकड़ लेती है।
इसकी मदद से डॉक्टर शरीर में किसी भी तरह का एक़ुइप्मेंट पहुचाएं बिना, अंदरूनी अंगो को काफी सटीकता से देख सकते है।
MRI का उपयोग सिर्फ बिमारी का पता लगाने के लिये ही नही किया जाता , ब्लकि इसका उपयोग बिमारी से ग्रसित हिस्सा दवाईयों से कितना ठीक हो रहा है इसका भी पता लगाया जाता हैं ।
इस मशीन की खास बात तो ये हैं की इससे यहा तक पता लगाया जा सकता है की आपका दिमाग सोते वक्त कैसे काम करता हैं जब आप सोचते है की आपके दिमाग का कौन सा हिस्सा ज्यादा ऐक्टिव रहता है और यही तक नही आपके दिमाग में होने वाली सभी प्रकार की हलचलों के बारे में या फिर ब्रेंन स्ट्रोक या ब्रेन ट्यूमर जैसे बिमारी के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता हैं ।
यानि की आपके सर से लेकर पैर तक के अंदरूनी अंगो के बारे में पता लगाने का काम MRI SCAN करता हैं ।
MRI SCAN में क्या-क्या पता चलता है?
MRI SCAN में छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बिमारी का पता लगाया जा सकता है ।
और इसका उपयोग शरीर के सभी अंगों की जांच के लिये किया जाता है जैसे-
• रीढ़ की हड्डी की जांच
• स्तनों की जांच
• शरीर की हड्डियां और जोड़ों की जांच
• मस्तिष्क की जांच
• लीवर, गर्भाशय आदि जैसे अंगो की जांच की जा सकती है।
MRI SCAN करने से पहले क्या करें?
MRI SCAN कराने से पहले जरूरी बातों का ध्यान रखें जैसे-
• मरीज के शरीर में मौजूद कोई भी धातु की चीजें को निकाल दे।
• जैसे की चशमा, अंगूठी, घड़ी,कान और नाक की बाली आदि
• इसके बाद मरीज के सारे कपड़े उतरवा कर, हॉस्पिटल की ढ़िले कपड़े पहनने को देते है ताकि मरीज को मशीन में डाला जाये तो शरीर के हर अंग के बारे मे अच्छे ढंग से जानकारी हो पाए।
• वैसे आमतौर पर MRI के किसी-किसी जांच वाले दिन में 4 घंटे पहले ही कुछ खाने पीने दिया जाता है।
• इसके लिये आप अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते है।
• जिस व्यक्ति का MRI होना है उसे अपना पिछ्ला सारा मैडिकल रिकॉर्ड लेकर जाना होता हैं ।
• वैसे MRI होने से पहले मैडिकल स्टाफ इसके बारे में पुछेगा, अगर नही भी पूछे तो आप उन्हें बता दे ।
MRI में कितना खर्च आता है?
MRI का खर्च हर प्राइवेट डाईनोस्टिक लेब में अलग-अलग होता है।
परंतु इसका खर्च 5,000 और 10,000 के बीच में आ जाता है।
MRI करने में कितना समय लगता है?
जैसे की इसका नाम ही मागनेटिक रेसोनेंस इमेजीन है इसमें आमतौर पर 15 से 90 मिनट तक का समय लग जाता है।