दूसरों को खुश रखने के चक्कर में , देखना कहीं, तुम्हारें ही तुमसे नाराज होकर ना बैठ जाए।
धोखा इंसान देता है, और आरोप, हम अपनी किस्मत पर लगा देते हैं।
आप अपना भविष्य बीते हुए कल या भविष्य में जाकर ठीक नहीं कर सकते, मगर आप वर्तमान में रह कर, अपना भविष्य को सुधार सकते हैं।
"अपना" शब्द तब तक ही हैं, जब तक जेब में पैसों की गर्मी हैं।
प्यार अंधा नहीं, बेरोजगार होता है, जेब खाली दिखने पर छोड दिया जाता है I
रिश्तों को समझने में समय लगता है, ये कोई किताब की वो चार लाइनें नहीं हैं, जो समझ में न आए, तो रट के खत्म कर दिया।
दूसरों से, उतनी ही उम्मीद रखें, जितना आप उनके उम्मीदों पर खरे उतर जाये।
रिश्तों की पहचान, दिए गए सम्मान से होती हैं, आपके पैसों के रोब से नहीं।
जो आप मानते हो वो, आपके विचार बन जाते हैं, विचार आपके शब्द, शब्द आपका कार्य, कार्य आपकी आदत,आदत आपका महत्व, महत्व आपकी किस्मत बन जाती हैं।
किसी की सलाह से हमे रास्ते जरूर मिलते हैं, मगर मंजिल तक पहुंचने के लिए हमे खुद ही मेहनत करनी पड़ती है।